राजस्थान में अशोक गहलोत का ही दबदबा, 



  • राजस्थान में अशोक गहलोत का ही दबदबा


जयपुर : राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान तीन राज्यों में मिली हार के बाद कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने संगठन में व्यापक बदलाव किया है। कई राज्यों के प्रभारी बदले गए हैं और कुछ को हटाया गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले दिनों विपक्षी अलायंस कमेटी के सदस्य बनाए जा चुके हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने गहलोत के विरोधी रहे सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी महासचिव बनाया है। संगठन में हुए बदलाव से राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत का ही दबदबा नजर आ रहा। 
  • विधानसभा चुनाव के बाद मिली हार के बावजूद प्रदेश संगठन में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है। अशोक गहलोत के कट्टर समर्थक गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पर कायम है और प्रदेश प्रभारी के तौर पर सुखजिंदर सिंह रंधावा को बरकरार रखा गया है। 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस में हुए बवंडर के दौरान गहलोत खेमे के विधायकों ने तत्कालीन प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर पायलट की तरफदारी करने के आरोप लगाए थे जिसके बाद माकन को पद छोड़ना पड़ा। अजय माकन के बाद दिसंबर 2022 में सुखजिंदर सिंह रंधावा प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बावजूद रंधावा को लोकसभा चुनाव तक प्रभारी बनाए रखा है।